
नईदुनिया प्रतिनिधि,अंबिकापुर: अंबिकापुर शहर में आवारा कुत्तों की संख्या पर नियंत्रण और जनसुरक्षा सुनिश्चित करने नगर निगम अंबिकापुर ने कदम उठाए हैं। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन करते हुए नगर निगम ने शहरभर में आवारा कुत्तों को एंटी-रेबीज वैक्सीन लगाना शुरू कर दिया है। यह अभियान शहर के सभी 48 वार्डों में सतत रूप से चलाया जाएगा। इसकी शुरुआत कर दी गई है।
नगर निगम आयुक्त डीएन कश्यप ने बताया कि पशुपालन विभाग से आवश्यक वैक्सीन की उपलब्धता कराई गई है। नगर निगम भी वैक्सीन की व्यवस्था करेगा। पशुपालन विभाग के कर्मचारियों के साथ बेजुबान संस्थान के प्रशिक्षित एवं उत्साही युवाओं की टीम वार्ड-वार्ड घूमकर आवारा कुत्तों का टीकाकरण कर रही है। इस प्रक्रिया से न सिर्फ कुत्तों के स्वास्थ्य में सुधार होगा बल्कि शहर में रेबीज संक्रमण की आशंका भी काफी कम हो जाएगी।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर शहर के सभी 48 वार्डों में कुत्तों के लिए भोजन स्थल (फीडिंग प्वाइंट) चिन्हांकित कर दिए गए हैं। नगर निगम ने इन स्थलों पर बोर्ड भी लगा दिए हैं। निगम प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि यदि वे आवारा कुत्तों को भोजन देना चाहते हैं, तो निर्धारित स्थानों पर ही भोजन कराएं, ताकि शहर में स्वच्छता भी बनी रहे और कुत्तों का समूह अनियंत्रित रूप से एक स्थान से दूसरे स्थान पर न भटके।
आवारा कुत्तों की संख्या नियंत्रित करने के लिए निगम बिशनपुर क्षेत्र में एक डॉग शेल्टर विकसित कर रहा है। यहां पकड़े गए कुत्तों की नसबंदी, स्वास्थ्य परीक्षण, उपचार और बाद में पुनर्वास की प्रक्रिया की जाएगी। नगर निगम ने कुत्तों के संरक्षण और देखभाल के लिए कार्यरत बेजुबान संस्थान के साथ एमओयू भी किया है। यह संस्था अंबिकापुर में वर्षों से हजारों आवारा कुत्तों को उपचार, आश्रय और भोजन प्रदान करने का कार्य कर रही है।
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निगम अधिकारियों का मानना है कि व्यवस्थित टीकाकरण, नसबंदी और भोजन स्थल चिह्नांकन की इस संयुक्त प्रक्रिया से न सिर्फ शहर में कुत्तों की संख्या नियंत्रण में रहेगी, बल्कि कुत्तों के मानव संपर्क में आने से होने वाली दुर्घटनाएं और रेबीज संक्रमण का खतरा भी काफी हद तक कम होगा। नगर निगम ने नागरिकों से सहयोग की अपील करते हुए कहा है कि शहर को सुरक्षित, स्वस्थ और मानवीय दृष्टि से संवेदनशील बनाने में सभी की सहभागिता आवश्यक है।