नईदुनिया प्रतिनिधि, कोरबा। नगर निगम के खाते से 79.82 लाख रुपये गायब होने का मामले में पुलिस ने एक्सिस बैंक के पूर्व मैनेजर एवं उनके सहयोगी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मामला अप्रैल 2025 में सामने आया था, तब जांच के बाद निगम के सहायक लेखा अधिकारी प्रदीप कुमार ने सिविल लाइन थाना में शिकायत दर्ज कराया था।
नगर निगम से कैश कलेक्शन के लिए एक्सिस निजी बैंक के अधिकारी कैश काउंटर से रकम लेते थे और निगम के खाते में जमा करते थे। इस बीच निगम और बैंक के अफसर सांठगांठ करते हुए रकम निगम के खाते में जमा करने के बजाय अपने पास रख लेते थे।
आयुक्त आशुतोष पांडेय ने खाते की जानकारी ली, तो खाते में गड़बड़ियां मिली। इसके बाद आयुक्त ने खाते के जांच के लिए निर्देश दिया। जांच के दौरान निगम से कैश मैनेजमेंट सर्विस (सीएमएस) में 79.82 लाख रुपये की गड़बड़ी होने की जानकारी मिलते ही बैंक प्रबंधन पर एफआईआर दर्ज कराया गया। दरअसल कंपनी ने जनवरी 2023 से जनवरी 2024 तक यह राशि बैंक खाते में जमा ही नहीं हुई थी। शिकायत की जांच के आधार पर पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 409 (विश्वासघात कर संपत्ति का दुरुपयोग) के तहत मामला दर्ज किया।
इसी जानकारी मिलते ही दोनों आरोपी फरार हो गए। जिनकी पतासाजी पुलिस कर रही थी। मुखबिर से सूचना मिलने पर सिविल लाइन थाना रामपुर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक्सिस बैंक के तत्कालीन मैनेजर अरुण मिश्रा 42 साल निवासी छावनी भिलाई तथा सहयोगी आशीर्वाद प्रियांश 29 वर्ष निवासी ग्राम नारायणपुर जिला बेगुसराय बिहार,हाल मुकाम एनकेएच अस्पताल के पीछे कोसाबाड़ी थाना सिविल लाइन रामपुर को गिरफ्तार किया है। बाद में न्यायिक रिमांड में जेल भेज दिया।
कार्रवाई से निगम अधिकारियों में मचा हड़कंपपुलिस की इस कार्रवाई नगर निगम के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि बैंक प्रबंधन का कहना था कि राशि जमा होने की सूचना प्रत्येक माह नगर निगम प्रदान की जाती है। अधिकारियों को राशि जमा होने का मिलान करना चाहिए था, यदि प्रत्येक माह मिलान किया जाता, तो निश्चित ही एक वर्ष तक ये अधिकारी ग़ड़बड़ी नहीं करते। नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारियों को इस मामले में भी जांच कर दोषी अधिकारी पर कार्रवाई की जानी चाहिए।
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