
नईदुनिया प्रतिनिधि, अनूपपुर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्व नेता का एक आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। वीडियो सामने आने के बाद नेता को शर्मिंदगी उठानी पड़ी। अब इंडियन साइबर अकादमी ने गुरुवार को फोरेंसिक जांच रिपोर्ट जारी कर वीडियो को डीपफेक बताया है। वीडियो में उनके चेहरे और आवाज के साथ छेड़खानी की गई थी।
अनूपपुर जिले के कोतमा निवासी आयुष राय ABVP के विभागीय संयोजक रह चुके हैं और इंदिरा गांधी जनजाति विश्वविद्यालय से पत्रकारिता की पढ़ाई कर रहे हैं। आयुष का कहना है कि 15 अगस्त को एक छात्र समूह से उनका विवाद हो गया था। विश्वविद्यालय के विरोधी खेमे ने व्यक्तिगत रूप से बदनाम करने यह वीडियो बनाकर वायरल करवाया था। उन्होंने कोतमा और अमरकंटक थाने में इसकी शिकायत की थी। साइबर सेल ने इस वीडियो को जांच में लिया था।
गत 20 अगस्त को यूट्यूब में वीडियो अपलोड किया गया, जिसे आयुष राय का बताया गया था। वीडियो में उन्हें खुले स्थान में एक युवती के साथ आपत्तिजनक स्थिति में दिखाया गया था। कुछ लोगों ने इस वीडियो की तुलना मंदसौर के भाजपा नेता मनोहर लाल धाकड़ के वीडियो से की थी। तब इस बहुचर्चित वीडियो ने खूब सुर्खियां बटोरी थीं।
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आयुष ने बताया कि 21 सितंबर को बिना तथ्य और सच्चाई जाने दो लोगों ने वेब पोर्टल पर यही वीडियो फिर से अपलोड कर दिया था। विरोधियों ने षड्यंत्र पूर्वक साजिश रची थी। अब वह उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करेंगे।