
नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल: लगातार सर्द हवाएं चलने के कारण प्रदेश के अधिकतर शहरों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। इसी क्रम में सोमवार को सबसे कम 5.4 डिग्री सेल्सियस तापमान राजगढ़ में दर्ज किया गया। भोपाल में शीतलहर का प्रभाव रहा। 22 शहरों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम रिकॉर्ड हुआ।
वहीं ग्वालियर, चंबल, रीवा एवं सागर संभाग के जिलों में कोहरे का असर रहा। रीवा, सतना में सुबह दृश्यता 50 मीटर से भी कम हो गई थी। भोपाल, ग्वालियर एवं दतिया में दृश्यता 500 मीटर रही। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मौसम का इस तरह का मिजाज अभी बना रहने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और उसके आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान के आसपास द्रोणिका के रूप में सक्रिय है।
उत्तर-पश्चिम भारत पर 12.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर 222 किमी. प्रति घंटा की रफ्तार से जेट स्ट्रीम हवाएं चल रही हैं। इसके अतिरिक्त 17 दिसंबर से एक नए पश्चिमी विक्षोभ के हिमालयी क्षेत्र में सक्रिय होने की संभावना है।
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मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि उत्तर भारत के पहाड़ों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। वहां से आ रही सर्द हवाओं के साथ ही इस बार राजस्थान की तरफ से भी शुष्क एवं सर्द हवाएं लगातार चल रही हैं। इस वजह से प्रदेश में ठंड के तीखे तेवर बरकरार हैं। वर्तमान में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ कमजोर प्रकृति के हैं। इस वजह से मौसम का इस तरह का मिजाज अभी बना रहने की संभावना है।