
नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। ग्वालियर के पास घाटीगांव हाईवे पर सड़क पार कर रहे मादा चीता गामिनी के शावक को टक्कर मारने वाली कार की पहचान हो गई है। यह कार वन विभाग ने सीसीटीवी कैमरों के फुटेज के आधार पर जब्त कर ली है। कार (MP07 CJ 3937) ग्वालियर की है और एसएएफ में पदस्थ प्रधान आरक्षक स्वर्ण सिंह जादौन के नाम पर रजिस्टर्ड है। सात दिन पहले हुए इस हादसे में चीता शावक की मौत हो गई थी। कार की पहचान फोरेंसिक साक्ष्यों के आधार पर की गई है।
घटना के समय चीते के मुंह के बाल कार की हेडलाइट के नीचे बंपर में फंस गए थे, जो वहीं चिपके मिले। वन विभाग की टीम ने कार जब्त कर ली है। प्रधान आरक्षक जादौन का कहना है कि करीब दो साल पहले उनकी कार डिवाइडर से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इसके बाद उन्होंने कंपनी को वाहन वापस कर दिया था, जिसके एवज में उन्हें लगभग 4.75 लाख रुपये मिले थे। उसी दौरान उन्होंने कार किसी अन्य व्यक्ति के नाम ट्रांसफर कर दी थी, लेकिन आरटीओ रिकॉर्ड में वाहन अब भी उनके नाम दर्ज है।
उनके अनुसार यह कार उन्होंने प्रेम मोटर्स, मेला कार बाजार से खरीदी थी और उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि वर्तमान में वाहन कौन चला रहा था। फिलहाल, वन विभाग और पुलिस मामले की जांच कर रहे हैं। चालक की पहचान और वाहन स्वामित्व को लेकर स्थिति स्पष्ट होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
ग्वालियर डीएफओ अंकित पांडे ने बताया कि चीते को टक्कर मारने वाली गाड़ी और उसके चालक को राउंडअप कर लिया गया है। वाहन की फोरेंसिक जांच कराई जा रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।