नागाजी पूर्णिमा पर मुरैना के पोरसा में आज जुटेंगे हजारों लोग, क्या है इस जगह का महत्व
इस सरोवर में स्नान के बाद कई तरह के रोग तक ठीक हो जाते थे, लेकिन अब इसमें इतना पानी नहीं है। इसकी वजह से लोग इसकी परिक्रमा कर पुण्य लाभ लेते हैं। वहीं ...और पढ़ें
Publish Date: Wed, 03 Dec 2025 07:24:57 PM (IST)Updated Date: Wed, 03 Dec 2025 07:25:43 PM (IST)
नागाजी महाराज की प्रतिमा। नईदुनिया न्यूज, पोरसा। तोमर घार के आराध्य व पोरसा के जनक नागाजी महाराज की पूर्णिमा चार दिसंबर को मनाई जाएगी। इस दौरान हजारों की संख्या में लोग दूर दराज से अपने आराध्य के दर्शन करने पोरसा पहुंचेंगे। भीड़ को देखते हुए यहां पुलिस फोर्स का भी इंतजाम किया गया है।
इस दौरान नागाजी महाराज को छप्पन भोग लगाया जाएगा और फूल बंगला सजाया जाएगा। यहां नागाजी पूर्णिमा के अवसर पर देशभर के नागा साधु भी यहां पहुंचते हैं। महोत्सव के दौरान पोरसा में कई जगह विशाल भंडारे आयोजित होगे।
बुधवार की रात को नागाजी महाराज का दूध दही शक्कर घी शहद वह गंगाजल से अभिषेक विद्वान पंडितों के माध्यम से किया जाएगा उक्त कार्यक्रम महामंडलेश्वर महंत रामलखन दास महाराज के सानिध्य में आयोजित होगा। मंदिर पर सुरक्षा व्यवस्था के रूप में समाजसेवी व नागाजी भक्त मंडल के पदाधिकारी तथा पुलिस फोर्स तैनात रहेगा।
हजारों लोग करेंगे नागाजी सरोवर की परिक्रमा
- नागाजी मंदिर के ठीक बगल से ही नागाजी सरोवर बना हुआ है। ऐसा माना जाता है कि इस सरोवर को नागाजी महाराज ने अपने हाथों से तैयार किया था।
- इसकी वजह से यह पूरे क्षेत्र में श्रद्धा का केंद्र भी है। यही वजह है कि नागाजी पूर्णिमा पर पहुंचने वाले लोग इस सरोवर की भी परिक्रमा करते है।
- ऐसी किवदंती थी कि इस सरोवर में स्नान के बाद कई तरह के रोग तक ठीक हो जाते थे, लेकिन अब इसमें इतना पानी नहीं है। इसकी वजह से लोग इसकी परिक्रमा कर पुण्य लाभ लेते हैं।
- वहीं इस पर्व पर प्रत्येक घर में माल पुआ का भोग भी नागाजी को अर्पित किया जाता है। मंदिर परिसर में एक नीम का पेड़ लगा है।
- ऐसा माना जाता है कि नागाजी ने दातुन करते समय इसे ही जमीन पर गाढ़ दिया, जो बड़े वृक्ष के रूप में सदियों से यहां खड़ा हुआ है।