शिव वाटिका टाउनशिप परिसर में गणेश भगवान के विघ्नहर्ता, ज्ञान और समृद्धि के प्रतीक गणेश उत्सव-2025, जो कि आस्था, संस्कृति और एकता का एक भव्य उत्सव है, की शुरुआत मुख्य शिव मंदिर में गणेश स्थापना के साथ हुई। स्थापना के पूर्व मूर्ति को पारंपरिक ढोल के साथ संगीत, नृत्य और भक्ति से भरपूर एक भव्य जुलूस निकाला गया तथा पूरी कॉलोनी की परिक्रमा की गई। गणेश स्थापना के समय भगवान का मंदिर में स्वागत जियाना नाइक, काश्वी पवार, क्यूटी साहू तथा दित्या चौकसे
10 दिनों तक चलने वाले इस आयोजन के दौरान दैनिक पूजा, आरती और सांस्कृतिक कार्यक्रम के रूप में नींबू दौड़, स्थानीय प्रतिभाओं के निखार हेतु गणेश जी के जीवन पर आधारित चित्रकला तथा प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता जिनका उद्देश्य बच्चों में धर्म के पार्टी रुझान जागृत करना था, म्यूजिकल चेयर रेस, तंबोला आदि का आयोजन किया गया।
चित्रकला प्रतियोगिता के लिए सुश्री सोनाली गुप्ता, जो कि ईवा पब्लिक स्कूल में कला की शिक्षिका हैं, को निर्णायक के रूप में आमंत्रित किया गया था। इस प्रतियोगिता में Age Group 4–7 वर्ष आयु वर्ग में पहला, दूसरा तथा तीसरा स्थान क्रमशः आरवी कश्यप, काशावी गाबा और अंशिका गुप्ता एवं 8–12 वर्ष आयु वर्ग में पहला, दूसरा तथा तीसरा स्थान क्रमशः रेवार्थ गौर, रुद्र गौर, रिहान मंडलोई एवं ज़ियाना नाइक ने प्राप्त किया।
कार्यक्रमों के आयोजन तथा उसका संचालन आदि के लिये कोर कमिटी जूही नायक, स्नेहा वाधवानी, विनीता शर्मा, प्रीति बघेल, दर्शिका सिरोन्जा, रितिका सराफ़, शालू जैन तथा सुरभि अग्रवाल एवं श्री सुमित सराफ़, सुरेश मुंजरे, आशुतोष जोशी, गोपाल, सोनू, दीपू आदि का हार्दिक आभार व्यक्त करती है।
हम सभी विजेता बच्चों एवं प्रतिभागियों को हार्दिक शुभकामनाएं देते हैं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं। आशा करते कि इन बच्चों से प्रेरित होकर आगामी कार्यक्रमों मेँ और अधिक संख्या मे भाग लेगें ।
रुद्र गौर द्वारा हनुमान चालीसा तथा शिवि शर्मा द्वारा कर्पूर गौरम करूणावतारम, शिव मंत्र का कंठस्थ पाठ किया गयाl यह बच्चों में धर्म के पार्टी आस्था तथा संस्कारों का प्रतीक है।
इन सभी बच्चों के अभिभावकों को भी इनका साथ तथा प्रोत्साहन देने के लिये हार्दिक धन्यवाद। इन सभी कार्यक्रमों में 100 से ज़्यादा श्रद्धालुओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस आयोजन में परिसर के रहवासियों के अधिकतर सदस्यों ने भाग लिया, जिससे यह हाल के वर्षों के सबसे यादगार आयोजनों में से एक बन गया।
मूर्ति और कार्यक्रम प्रबंधन के दौरान पर्यावरण-अनुकूल प्रथाओं का पालन किया गया। जिसके अंतर्गत विसर्जन भी परिसर के अंदर स्थित पॉण्ड में किया गया जिससे कि पवित्र मिट्टी का बागवानी में उपयोग किया जा सके।
“इस वर्ष का गणेश उत्सव भक्ति, संस्कृति और परिसर के रहवासियों का एक सच्चा उत्सव था। हम सभी स्वयंसेवकों, कलाकारों, सहगकर्ताओं और श्रद्धालुओं के प्रति हार्दिक आभारी हैं, जिन्होंने इस आयोजन को सफल बनाया।” श्री अमित चोपड़ा का मंदिर के सजावट तथा श्री विकास शर्मा का गणपती जी की मूर्ति दान करने हेतु विशेष रूप से आभार व्यक्त करते हैं