
नईदुनिया प्रतिनिधि,इंदौर। दोनों कीमती धातुएं अब उपभोक्ताओं को हैरान और बाजार को परेशान कर रही है। सोने और चांदी में फिर से अप्रत्याशित तेजी देखी जा रही है। कारण अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतियों को बताया जा रहा है लेकिन असल में वैश्विक अर्थव्यवस्था में भरोसे की कमी खास वजह है।
अमेरिका समेत प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं का टकराव और ट्रेड वार जैसी स्थितियां भी कारण माना जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोमवार को ट्रेजरी यील्ड में कमज़ोरी से सोने और चांदी की कीमतों को सपोर्ट मिला।
कामेक्स सोना वायदा उछलकर 4339 डालर प्रति औंस और चांदी वायदा सुधरकर 63.68 डालर प्रति औंस पर कारोबार करती देखी गई। इसके चलते इंदौर मार्केट में भी सोने और चांदी की कीमतों में बढ़त का सिलसिला जारी रही।
अब इस हफ्ते फोकस पूरी तरह से दो अहम अमेरिकी आर्थिक इंडिकेटर्स नान-फार्म पेरोल और कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स इन्फ्लेशन पर है, जो फेड के इंटरेस्ट रेट पर आउटलुक को प्रभावित कर सकते हैं। नरम फेड संकेतों के बाद डालर, यील्ड गिरने से सोने में तेज़ी जारी रही।
कामेक्स वायदा- पर सोना वायदा बढ़कर 4339 डालर तक जाने के बाद ऊपर में 4350 डालर और नीचे में 4293 डालर प्रति औंस और चांदी 63.68 डालर तक जाने के बाद ऊपर में 63.96 डालर और नीचे में 60.94 डालर प्रति औंस पर कारोबार करती देखी गई।
सोना केडबरी रवा नकद में 131800 सोना (आरटीजीएस) 136100, सोना 22 कैरेट 121000 रुपये प्रति दस ग्राम (जीएसटी अतिरिक्त) रहा। शनिवार को सोना 131600 रुपये पर बंद हुआ। चांदी चौरसा 188000, चांदी आरटीजीएस 195800 चांदी टंच 188500 रुपये प्रति किलो और चांदी सिक्का 2000 रु. प्रति नग बिका। शनिवार को चांदी 184800 रु. पर बंद हुई थी।