
नईदुनिया प्रतिनिधि, खंडवा: तीर्थनगरी ओंकारेश्वर के ब्रह्मपुरी घाट पर सोमवार को बड़ा हादसा होते-होते टल गया। श्रद्धालुओं से भरी नाव क्रमांक 205 अचानक असंतुलित हो गई और नदी में लगे लोहे के एंगल से जा टकराई। टक्कर के दौरान नाव के पंखे में कपड़ा फंस गया, जिससे नाव पलट गई। नाव में कुल 10 श्रद्धालु सवार थे, जिसके चलते कुछ समय के लिए घाट क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई।
राहत की बात यह रही कि सभी श्रद्धालुओं ने पहले से लाइफ जैकेट पहन रखी थी। नाविकों ने तत्परता दिखाते हुए तुरंत बचाव कार्य शुरू किया और 10 श्रद्धालुओं को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। इस घटना में किसी भी प्रकार की जनहानि या चोट की सूचना नहीं है।
इस घटना ने एक बार फिर घाटों पर प्रशासनिक व्यवस्थाओं की पोल खोल दी है। जानकारी के मुताबिक, संबंधित नावों की लाइसेंस प्रक्रिया अभी पूर्ण नहीं हुई थी, इसके बावजूद उनका संचालन किया जा रहा था। इसे नगर परिषद की गंभीर लापरवाही के रूप में देखा जा रहा है। इससे पहले भी इसी क्षेत्र में नाव के इंजन में आग लगने की घटना सामने आ चुकी है।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि ओंकारेश्वर बांध परियोजना से समय-समय पर पानी छोड़े जाने के कारण नदी का जलस्तर अचानक घटता-बढ़ता रहता है, जिससे घाटों पर दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन, राजस्व विभाग और होमगार्ड्स की टीमें मौके पर पहुंचीं। थाना प्रभारी एके सिंदया ने बताया कि सभी श्रद्धालु सुरक्षित हैं और मामले की जांच की जा रही है। वहीं नाविक संघ के सचिव अरुण वर्मा ने घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा करने की मांग की है।