नईदुनिया प्रतिनिधि, रतलाम। मध्य प्रदेश के रतलाम जिले से एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां इलाज कराने के बहाने प्रार्थना सभा आयोजित की गई और ग्रामीणों पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाए जाने की बात कही जा रही है। इस मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन आरोपितों में से दो को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में एक मेडिकल छात्र भी शामिल है। पुलिस ने सभी के खिलाफ मध्य प्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, घटना थाना औद्योगिक क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले एक मकान की है। बताया जाता है कि शुक्रवार को यहां एक विशेष प्रार्थना सभा बुलाई गई थी। लोगों को यह विश्वास दिलाया गया कि इस सभा में बीमारियों का इलाज और समस्याओं का समाधान किया जाएगा। लेकिन जैसे ही सभा आगे बढ़ी, वहां मौजूद लोगों पर मतांतरण का दबाव बनाया जाने लगा।
प्रार्थना सभा में क्या चल रहा है, इसकी जानकारी हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों तक पहुंची। सूचना मिलने के बाद संगठन के पदाधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचे। वहां का माहौल देखकर उन्होंने आपत्ति जताई और स्थिति को संभालते हुए चार लोगों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
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घटना के समय उस मकान में बड़ी संख्या में जनजातीय समाज के पुरुष, महिलाएं और बच्चे मौजूद थे। पुलिस की जांच में वहां से धार्मिक साहित्य भी बरामद किया गया। इस साहित्य के आधार पर और ग्रामीणों के बयानों को देखते हुए पुलिस ने मामला दर्ज किया।